30 जून 2012
बेंगलुरू/दिल्ली। कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार एक नई मुसीबत में फंस गई है। पार्टी नेतृत्व पर मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा को पद से हटाने का दबाव बनाने के लिए शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा समर्थक आठ मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। दो और मंत्रियों के इस्तीफा देने की संभावना है।
इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में जगदीश शेट्टार (ग्रामीण विकास), सी.एम. उदासी (लोक निर्माण), मुरुगेश निरानी (उद्योग), वी. सोमन्ना (आवास), उमेश कट्टी (कृषि), बासवराज बोम्मई (जल संसाधन), रेवू नाइक बेलामागी (पुस्तकालय एवं पशुपालन) तथा एम.पी. रेणुकचार्य (आबकारी) शामिल हैं।
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि गौड़ा ने त्यागपत्र प्राप्त करने के बाद मंत्रियों से कहा कि इन इस्तीफों पर फैसला पार्टी आलाकमान करेगा।
सम्भावना है कि येदियुरप्पा समर्थक दो और मंत्री शोभा करांदलाजे (ऊर्जा) एवं राजू गौड़ा (लघु उद्योग) भी बाद में गौड़ा से मिलेंगे और उन्हें इस्तीफा सौंपेंगे।
उधर, नई दिल्ली में भाजपा महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी धर्मेद्र प्रधान ने कहा, "पार्टी नेतृत्व कर्नाटक के सभी महत्वपूर्ण नेताओं के सम्पर्क में है।"
उन्होंने कहा, "हम आशान्वित हैं कि संकट का हल जल्द निकाल लिया जाएगा।"
इधर, बेंगलुरू में सामूहिक इस्तीफे को तर्कसंगत बताते हुए लोक निर्माण मंत्री सी.एम. उदासी ने कहा, "कई महीनों से मुख्यमंत्री और कुछ मंत्रियों के बीच मतभेद रहा है। चूंकि इस मुद्दे पर कोई प्रस्ताव नहीं लाया गया, इसलिए हमने पद छोड़ दिया।"
आठ मंत्रियों के इस्तीफा सौंपने के बाद उदासी ने कहा, "हमने काफी दिनों तक आलाकमान के फैसले का इंतजार किया। हम और इंतजार नहीं कर सकते थे।"
उन्होंने कहा, "हमारी मांग है कि जगदीश शेट्टार को मुख्यमंत्री बनाया जाए। हमें उम्मीद है कि पार्टी नेतृत्व इसे स्वीकार करेगा।"
पार्टी सूत्रों ने बताया कि यदि भाजपा आलाकमान इन इस्तीफों को स्वीकार नहीं करती है तो येदियुरप्पा समर्थक कुछ और मंत्री गौड़ा को हटाने का दबाव बनाने के लिए इस्तीफा दे सकते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री के एक समर्थक बी.पी. हरीश ने संवाददाताओं से कहा, "अगला कदम होगा येदियुरप्पा समर्थक विधायकों का इस्तीफा।"
स्वयं इस्तीफा दे चुके उदासी दो और मंत्रियों का इस्तीफा हाथ में लिए हुए थे, जिसे स्वीकार करने से इंकार करते हुए गौड़ा ने कहा कि उन मंत्रियों को व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलकर इस्तीफा सौंपना होगा।
इस्तीफा देने वाले सभी मंत्री घोटाले में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के समर्थक हैं। येदियुरप्पा पिछले कुछ महीनों से गौड़ा को अपदस्थ करने के लिए लगातार मुहिम चला रहे हैं। पिछले वर्ष जुलाई में गौड़ा ने येदियुरप्पा की जगह ली थी।
उल्लेखनीय है कि येदियुरप्पा और उनके समर्थकों का गुट गौड़ा की जगह शेट्टार को मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए पार्टी नेतृत्व पर दबाव बना रहा है। येदियुरप्पा समर्थकों ने यह कदम तब उठाया है जब पार्टी नेतृत्व ने बार-बार आग्रह के बावजूद येदियुरप्पा को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने से यह कहकर इंकार कर दिया कि उन पर भ्रष्टाचार का आरोप है और मामला अदालत में विचाराधीन है।
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